आवारा जानवरों का शहर में राज, जनता नाराज

Kanpur: शहर में आवारा जानवरों का आतंक इस कदर है कि लोगों का घरों से बाहर निकला दुश्वार है | लगातार बढ़ रहे आवारा जानवरों के आतंक के बाद भी नगर निगम सिर्फ खानापूर्ति में सारी कार्रवाई निपटाने में जुटा है | सड़क से लेकर गलियों तक में काबिज आवारा जानवर बड़े, बूढ़े और बच्चों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं | आवारा सांड़, कुत्ते और सुअर लोगों के गले की फांस बन चुके हैं | वहीं, जिम्मेदार हर बार सिर्फ कार्रवाई का आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं | आवारा जानवरों के राज से पब्लिक में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है | शहर का शायद ही कोई ऐसा इलाका हो, जहां लोग जानवरों से परेशान न हों | हालत यह है कि सड़क पर कुत्तों, सांड़ों और छत पर बंदरों के आतंक के चलते लोगों का निकलना दूभर हो गया है | अंकुश न लगने के कारण धीरे-धीरे इन आवारा जानवरों की संख्या बढ़ती जा रही है | कुछ इलाकों में आवारा कुत्ते वाहन की आवाज सुनते ही झपट पड़ते हैं, जिसमें कई बार वाहन चालक गिरकर चुटहिल हो जाते हैं |

मासूम की जान जाते बची:

कुछ दिनों पहले नगर निगम की लापरवाही से ही एक मां की गोद सूनी होने से बच गई | शहर के नारायणपुरवा में घर के बाहर खेल रहे मासूम बच्चे पर सुअरों के झुंड ने हमला कर दिया | ऐन वक्त पर परिजनों ने बच्चे की चीख सुन कर उसे किसी तरह बचा लिया और उसे गंभीर हालत में हॉस्पिटल में एडमिट कराया | लेकिन, हर बच्चा इस मासूम की तरह खुशकिस्मत नहीं होता है |

निगम के पास 30 'बाहुबली':

सड़कों पर बेखौफ घूम रहे सैकड़ों आवारा जानवरों को पकडऩे के लिए नगर निगम के पास कुल 30 कर्मचारी है | इनमें से तमाम की उम्र 45 पार होने के कारण वो भाग दौड़ नहीं कर सकते, जबकि इन जानवरों को पकडऩे के लिए नौजवानों की जरूरत होती है | खानापूर्ति करने के लिए यह दस्ता रोज कैटल कैचिंग वाहन के साथ निकलता है और गाय के बच्चे और कुछ छोटे जानवरों को पकड़ कर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहा है |

यहां पर सबसे ज्यादा आतंक:

आर्यनगर, नारायणपुरवा, स्वरूप नगर, तिलक नगर, सिविल लाइंस, फूलबाग, मरियमपुर चौराहा, फजलगंज, लालबंगला, दर्शनपुरवा, बेकनगंज, किदवईनगर, जवाहर नगर, जाजमऊ, रावतपुर, रतनलाल नगर, मीरपुर, रेल बाजार, कल्याणपुर, परमट, सीसामऊ, काकादेव, गोविन्दनगर, बर्रा, नौबस्ता में आवारा जानवरों का आतंक है |

अप्रैल महीने तक नए वाहन खरीद कर आ जाएंगे, जिसके बाद अभियान में तेजी लाई जाएगी | इसके अलावा कुत्तों को पकड़ कर बंध्याकरण के लिए डब्ल्यूवीएच कंपनी से बात चल रही है. ई-टेंडरिंग के लिए आमंत्रित किया गया है |
-डॉ. एके सिंह, पशु चिकित्साधिकारी, नगर निगम

भड़ास अभी बाकी है.....