राज्यसभा के सभापति ने 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया लेकिन सांसदों ने निकलने से किया इंकार



मोदी सरकार ने भले ही कृषि बिल राज्यसभा में पारित करवा लिए हों लेकिन कल सदन में जो अभूतपूर्व हंगामा देखने को मिला वो आज भी जारी है। राज्यसभा के सभापति ने 8 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वाले सांसदों के नाम हैं- डेरेक ओ ब्रायन, संजय सिंह, रिपुन बोरा, नजीर हुसैन, केके रागेश, ए करीम, राजीव साटव और डोला सेन।
 
उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज-
 
राज्यसभा सभापति वेंकेया नायडू ने उपसभापति हरिवंश के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया है। उन्होने इसके लिए प्रस्ताव को नियमों के हिसाब से सही नहीं होने का हवाला दिया है। फिलहाल निलंबित हुए सांसद सदन से नही बाहर नहीं निकले हैं और हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही चार बार स्थगित हो चुकी है। 

सदन में हंगामे से वेंकैया नायडू दुखी-
 
सभापति वेंकैया नायडू ने सोमवार को सदन की कार्यवाही के दौरान कहा, “रविवार का दिन राज्यसभा के लिए बहुत खराब दिन था। कुछ सदस्य सदन के वेल तक आ गए। उपसभापति के साथ धक्कामुक्की की गई और उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। सांसदों ने पेपर को फेंका और माइक को तोड़ दिया। रूल बुक को फेंका गया। उन्होंने कहा कि इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं। सदन की कार्यवाही के रिकार्ड के अनुसार उपसभापति ने सदस्यों को अपने स्थानों पर जाने और सदन में हंगामा नहीं करने तथा अपने संशोधन पेश करने के लिए बार- बार कहा था। नायडू के अनुसार, उपसभापति ने यह भी कहा था कि सदस्य अपने स्थानों पर लौट जाएं और उसके बाद वह मतविभाजन कराएंगे।“
 

मोदी सरकार लाई सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव-
 
सदन में लगातार हो रहे हंगामें को देखते हुए सरकार ने प्रस्ताव रखा कि 8 विपक्षी सांसदों को मौजूदा सत्र के बाकी दिनों के लिए निलंबित कर दिया जाए। इस प्रस्ताव को सदन से ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया। 

आज राज्यसभा में ये बिल होंगे पेश-
 
राज्यसभा में आज तीन अहम बिल आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कानून संस्थान (संशोधन) विधेयक 2020, बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक 2020 लाए जाएंगे।

आज 4 बार स्थगित हो चुकी है राज्यसभा की कार्यवाही-
 
सभापति ने 9 बजकर 40 मिनट पर 20 मिनट के लिए, उपसभापति ने 10 बजकर 5 मिनट पर आधे घंटे के लिए, साढ़े 10 बजे के बाद फिर आधे घंटे के लिए और 11 बजकर 15 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।