ठहरिये आप कानपुर में है

कानपुर की सड़कों हाल ऐसा है जो आज भी चीख चीख कर अपना दर्द बयां करती है लेकिन अफसोस कोई सुनने वाला नही है|सड़कों में आधा- आधा फुट तक के गड्ढे हैं। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि इससे सम्बंधित विभाग इस अभियान के नाम पर करोड़ो रुपए से भी ज्यादा खर्च कर चुके हैं लेकिन फिर भी सफलता हासिल नहीं हुई है ।इतना पैसा खर्च होने के बाद भी सड़कों का बुरा हाल है तो आखिर पैसा गया कहां, यह जांच का विषय है?

सीएम योगी आदित्यनाथ भी सड़कों को गड्ढामुक्त करने की समीक्षा बैठक कर चुके हैं। जिसमें उन्हें सब कुछ ठीक लगा, क्योंकि उनकी आंखों में धूल झोंकने के लिए अधिकारियों ने कागजों में सड़कों को अच्छे तरीके से गड्ढा मुक्त कर रखा है। जबकि हकीकत ये है कि सड़कों की हालत बेहद खराब स्थिति में है। इनके द्वारा किए गए पैचवर्क उखड़ चुके हैं। इतने अधिक पैसे खर्च होने के बाद भी शहर के कई इलाकों में आज भी बड़े-बड़े गड्ढे बड़ी ही आसानी से देखे जा सकते है लेकिन कोई भी इस पर ध्यान ही नही दे रहा है |शहर में इतने गड्ढे हो चुके है अब यह समझ मे ही नही आता है कि गड्ढे रोड पर है या गड्ढो पर रोड है| ये गड्ढे शहर के पॉश इलाको से लेकर भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र जैसे- डिप्टी पड़ाव,नयी सड़क और सिविल लाइंस,घंटाघर और परेड पर भी देखे जा सकते है| लेकिन इस कड़ी में सब से खराब स्थिति नयी सड़क रोड की है क्योंकि यह 24x7 रोड है क्योकि जब भी शहरवासियों को रेलवे स्टेशन जाना हो या बस अड्डा जाना हो यहाँ तक एयरपोर्ट भी मजबूरन उन्हें इसी रोड से हो के जाना पड़ता है| इन गड्ढो के कारण असुविधा और अधिक समय भी अपने गंतव्य तक पहुँचने लगता है| इन गड्ढो की वजह से रोड का डाइवर्जन भी किया गया है जिस कारण अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है और जब शहर में कोई वी०आई०पी० आने को होता है तो उसे खुश करने के लिए ठीक चौबीस घंटे पहले रोड पर तारकोल की चादर बिछा दी जाती है,लेकिन कुछ दिनों बाद ही यह चादर ओढ़े सड़क गर्मी का प्रकोप झेल नहीं पाती है और आंसुओ के रूप में वापस अपनी हकीकत बयां कर देती है,कुल मिला के स्थिति आज भी वैसी हीं है| इससे एक बात तो जाहिर है कि प्रदेश सरकार प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगी हुई है और वहीं दूसरी तरफ कुछ सरकारी मुलाजिम मिल कर सरकार के इस सपने को चकना चूर करने में लगे हुए है





कानपुर में कुछ सड़के ऐसी है की जहाँ रफ़्तारका जूनून तो नहीं पर ब्रेक का जूनून आपका हमेशा साथ देता रहेगा क्योकि .... ठहरिये आप कानपुर में है



"आज जनमानस भड़ास अपने व्यूवर्स से यह अपील कर रहा है कि कृपया इस तरह की हो रही मनमानियों को सहना छोड़े,बल्कि आगे बढ़-चढ़ कर इसका विरोध करे और शहर को मेट्रो सिटी बनाने में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करें क्योकि देश की पहचान प्रदेश से है और प्रदेश की पहचान शहर से"



क्योकि जनमानस भड़ास यह संकल्प करता है कि समाज मे हो रही इस तरह की अमानवीय घटनाओं को हमेशा उजागर करके सच आप के सामने लाता रहेगा और अपने कर्तव्य का पालन बड़ी हीं ईमानदारी से करता रहेगा| अब फैसला आप का हैं|

भड़ास अभी बाकी है.....