धार्मिक पहचान के कारण दस लोगों को कोलकाता के एक होटल से जबरन बाहर कर दिया गया


हमारे देश के खूबसूरत संविधान की जब रचना हुई थी तो उसका मकसद था कि देश की विभिन्नता को बररकार रखते हुए उसे एकता में पिरोना। इस कारण आज़ाद भारत में हर कोई अपनी पहचान के साथ जीने के लिए स्वतंत्र है। लेकिन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक ऐसी घटना घटित हुई जो इसी आज़ादी पर प्रश्नचिन्ह लगाती है। सूचना के मुताबिक कोलकाता के एक होटल से दस लोगों को इस लिए जबरन बाहर कर दिया गया क्योंकि वह दाढ़ी और टोपी में थे।

रेस्टोरेंट के तीन कर्मचारी गिरफ्तार-
 
कोलकाता पुलिस के अनुसार शिकायत के बाद रेस्टोरेंट के तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उन लोगों पर आईपीसी की चार धाराएं लगाई गईं हैं जिनमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना शामिल है। 

कौेेेन हैं होटल से बाहर किए गए लोग-
 
होटल से बाहर निकाले जाने वाले यह सभी दस लोग पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के रहने वाले हैं और एक मदरसा के हेडमास्टर और सहायक शिक्षक हैं। जानकारी के मुताबिक यह लोग सोमवार की शाम किसी सरकारी काम से कोलकाता आए थे और रात में उस गेस्ट हाउस में ठहरे जिसकी उन्होंने पहले से ही बुकिंग करा रखी थी। 
सुबह नाश्ता करने के बाद जब वो गेस्ट हाउस वापस आए तो गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी ने उन्हें बताया कि उन लोगों के लिए एक दूसरी जगह ठहर0ने का इंतज़ाम कर दिया गया है और उन्हें वहीं चलना होगा। पीड़ित लोगों में से एक व्यक्ति ने बीबीसी से बातचीत में बताया कि “दूसरे गेस्ट हाउस के बाहर हमें कई घंटों तक इंतज़ार करवाया गया। हमें कोई भी कमरा नहीं दिया गया। उस वक़्त तक हमें इसका एहसास नहीं हुआ था कि असल कारण क्या है। जब हमने होटल के मैनेजर से पूछा कि हमें कमरा मिलने में देरी क्यों हो रही है तब उन्होंने कहा कि, आप यहां नहीं ठहर सकते हैं, आपलोग यहां से चले जाएं।“

एक शिक्षक का अपमान के खिलाफ आवाज उठाने का फैसला-
 
शिक्षकों को अपना सारा सामान रोड पर रखना पड़ा और फिर इसी तरह उन्होंने अपना सरकारी काम पूरा किया। वो सभी मंगलवार को मालदा अपने घर लौट गए। लेकिन उनमें से एक शिक्षक ने यह सब जानने के बाद अपने शिक्षकों के साथ हुए कथित अपमान के ख़लिफ़ आवाज़ उठाने का फ़ैसला किया। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक ख़त लिखा और उसकी एक कॉपी सॉल्ट लेक पुलिस थाने को भी भेज दी। पुलिस फ़ौरन हरकत में आई और दोनों गेस्ट हाउस के पाँच कर्मचारियों को हिरासत में लिया जिनमें दोनों गेस्ट हाउस के मैनेजर भी शामिल थे। रातभर पूछताछ के बाद उनमें से दो को गिरफ़्तार कर दो दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।