हम न सुधरे थे और न ही सुधरेंगे...

कानपुर नगर,उत्तर प्रदेश के सबसे ज्यादा जनसंख्या और औद्योगिक नगरी वालों शहरों में से एक हैं,लेकिन इन दिनों अतिक्रमण के चलते यह चर्चाओं में बना हुआ है| शहर के प्रमुख चौराहों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त टीम लगातार शहर के प्रमुख चौराहों जैसे-घंटाघर,मूलगंज पी० रोड,नयागंज,नई सड़क,शिवाला,नवीन मार्केट,गुमटी न.5,गोविंद नगर आदि भीड़-भाड़ वाले इलाकों मे सख्ती के साथ-साथ अनेको तरीके अपनाने के बाद भी खाली हाथ है| आज लोगो ने सघन इलाको से लेकर पॉश इलाको के फुटपाथों पर अवैध कब्जा करके जिस तरह से अपनी दुकान फैला रखी है उससे इन इलाकों में आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है|फुटपाथों पर ठेले वालो से लेकर बड़े-बड़े दुकानदार अपनी दुकानों के आगे डिस्प्ले के रूप में आधी रोड पर कब्जा किये हुये है और ये दुकानदार ऐसे है कि इन्हें किसी का भी डर नहीं है,चाहें वह पुलिस प्रशासन हो या कोई आला अधिकारी|इनकी वजह से इन रास्तों से पैदल निकलना भी अपने आप में बड़ा सवाल है|इस अतिक्रमण के चलते ठीक तरह से रोड और फुटपाथों की सफाई भी नही हो पाती है| फुटपाथ के दुकानदारों की माने तो ये जिन दुकानदारों के आगे अपनी दुकाने लगाते है,उन्हें हर महीने किराये के रूप में भारी रकम भी देते है|कहीं न कहीं इन सारी बातों के लिए सम्बंधित विभाग और उनसे जुड़े अधिकारी भी जिम्मेदार है क्योंकि आये दिन अतिक्रमण हटाये जाने के नियम तो चलाये जाते है लेकिन केवल दिखावे के लिए,शायद इसीलिए यहां के दुकानदारों को किसी का डर नही है|सम्बंधित विभाग ने परेड चौराहे से लेकर उर्सला हॉस्पिटल तक फुटपाथ पर होने वाले अतिक्रमण पर अंकुश लगाने का नया तरीका ढूंढा है। अब इस सड़क के दोनों ओर फुटपाथों पर दुकानें बन गयी है,जिससे अतिक्रमण में कमी हो रही है और सड़क भी साफ-सुथरी दिख रही है,लेकिन फिर से वहाँ पर अवैध कब्जे शुरू हो गए है और स्थिति पहले जैसी फिर से होने लगी है और दूसरी तरफ सरकार शहर में मेट्रो रेल की तैयारी में लगी हुई है अब सवाल यह उठता है कि सरकार का सपना कब और कैसे पूरा होगा है? इसके साथ ही साथ आज शहर में जो अतिक्रमण हो रहा है,वह एक विकट समस्या बन चुकी है लेकिन इसके लिए कहीं न कहीं हम लोग भी जिम्मेदार है|दरअसल होता यह है कि हम लोग भी अपने आराम के जहाँ भी सड़क पर बाहर दुकान या ठेले दिखे हम वहीँ पर अपनी गाडी रोककर खरीदारी करने लगते है जिससे सड़क पर राहगीरों का निकलना मुश्किल हो जाता है|










आज एक बार फिर "जनमानस भड़ास" अपने व्यूवर्स से यह अपील करता है कि कहीं भी अपना वाहन रोककर खरीददारी करने से अपने को रोके क्योंकि जब आप ये करते है तो आप को सही लगता है लेकिन और लोग परेशान हो जाते है, और ठीक यही अगर कोई दूसरा आपके सामने करता है तो आप तुरंत क्रोधित हो जाते है|प्रशाशन को भला-बुरा बोलने से पहले आप खुद भी ये सोचे कि क्या आप जो कर रहे है वो सही है ??

"अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान करें"

भड़ास अभी बाकी है.....