डूडल बना कर गूगल ने किया अभिनेत्री ज़ोहरा सहगल को याद


गूगल ने भारतीय सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस और नृत्यांगना जोहरा सहगल के सम्मान में मंगलवार को डूडल बनाकर उन्हें याद किया। दरअसल, 29 सितंबर 1946 को जोहरा सहगल की फिल्म 'नीचा नगर' कान्स फिल्म फेस्टिवल में रिलीज हुई थी। 'नीचा नगर' फिल्म ने कान्स फिल्म फेस्टिवल का सबसे बड़ा अवॉर्ड पाल्मे डी’ अवार्ड जीता था। 

यूपी के सहारनपुर में हुआ था जन्म-
जोहरा सहगल का जन्म 27 अप्रैल, 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था। जब वह 20 वर्ष की थीं, तब उन्होंने जर्मनी के एक प्रतिष्ठित स्कूल में बैले डांस सीखा। बाद में उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य के दिग्गज उदय शंकर के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दौरा किया। वो जर्मनी के मैरी विगमैन बैले स्कूल में एडमिशन पाने वालीं पहली भारतीय महिला बनीं।

ब्रिटेन के टीवी सीरियलों में किया काम-
साल 1962 में जोहरा सहगल लंदन चली गईं और उन्होंने ब्रिटेन के कई टेलीविजन सीरियलों में काम किया। 1935 में जोहरा सहगल ने उदय शंकर को जापान में ज्वॉइन कर लिया। जापान के बाद मिस्र, यूरोप और अमेरिका होते हुए जोहरा ने उदय शंकर के साथ खूब दुनिया देखी। वापस देश लौटकर जोहरा ने उदय शंकर के साथ अल्मोड़ा स्थित स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया। यहीं उनकी मुलाकात हुई कमलेश्वर सहगल से। जो कि इंदौर के रहने वैज्ञानिक थे। उन्हें पेटिंग, और भारतीय नृत्य का भी शौक था। जोहरा और कमलेश्वर ने शादी कर ली। जोहरा और कमलेश्वर की शादी तमाम लोगों को रास न आई। हालात दंगे जैसे बन गए थे लेकिन, बाद में सब मान गए। 

हिंदी फिल्मो में ज़ोहरा का करियर-
जोहरा सहगल ने हिंदी समेत कई भाषाओं की फिल्मों में यादगार भूमिका निभाई हैं। उन्होंने दिल से, सांवरिया, चीनी कम जैसी फिल्म में काम किया है। फिल्म चलो इश्क लड़ाए मे जोहरा ने गोविंदा की दादी का रोल प्ले किया था। उनके उस किरदार को आज भी याद किया जाता है।

ज़िंदगी की सेंचुरी पूरी कर दुनिया से रुखसत हुई ज़ोहरा-
जोहरा सहगल अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल करने वालीं देश के पहले कलाकारों में से एक थीं। उन्हें 1998 में पद्म श्री, 2001 में कालिदास सम्मान, 2004 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और 2010 में पद्म विभूषण सहित कई पुरस्कार मिले। बता दें कि 10 जुलाई, 2014 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और 102 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।