लालू को मिली जमानत लेकिन रहेंगे जेल में ही


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को जमानत मिल गई है। यह जमानत उन्हे चाईबासा ट्रेजरी से अवैध निकासी के मामले में मिली है। झारखंड उच्च न्यायालय ने उन्हे जमानत तो दे दी है लेकिन लालू यादव अभी भी जेल से बाहर नही आ पाएंगे क्योंकि चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार मामले की सुनवाई अभी तक पूरी नही हुई है। लालू प्रसाद यादव को 50 हजार के दो निजी मुचलके पर जमानत मिली है।

कैसे मिली जमानत- 
लालू यादव के ऊपर चारा घोटाले से जुड़े तीन मामले चल रहे हैं। लालू के वकील ने जुलाई में याचिका दायर कर लालू के बिगड़ते स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उनको जमानत देने की अपील की थी। इसके अलावा लालू ने सजा की आधी अवधि पूरी कर ली है और इस तथ्य को भी जमानत की याचिका में आधार बनाया गया। लालू प्रसाद का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता और वह लंबे समय से रांची के रिम्स में भर्ती हैं। 
जमानत मिली फिर भी जेल से बाहर नही आ पाएंगे लालू-
लालू प्रसाद के ऊपर तीन मामले चल रहे हैं। जब तक चारा घोटाले से जुड़े दुमका कोषागार मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, तब तक लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। अब उनकी ओर से इस मामले में याचिका दायर की जाएगी। लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में तीन मामले के सजायाफ्ता हैं।

सीबीआई ने किया था जमानत का विरोध-
11 सितंबर को हुई सुनवाई में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव को जमानत दिए जाने का विरोध किया था। एजेंसी के वकील का कहना था कि लालू प्रसाद यादव को चार अलग-अलग मामलों में सजा सुनाई गई है और यह चारों सजाएं अलग-अलग चल रही हैं। जब तक अदालत इन सभी सजा को एक साथ चलने का आदेश नहीं देती तब तक सभी सजा अलग-अलग ही चलेंगी। इन सभी सजा में आधी अवधि पूरी हो जाने के बाद ही जमानत दी जा सकती है। 
लालू प्रसाद यादव का जेल से बाहर निकलना बिहार चुनावों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। यह तय बात है कि लालू अगर जेल से बाहर रहते हैं तो सत्ता के समीकरण बदल जाएंगे। इस बात से उनके विरोधी भी सशंकित हैं।