हाथरस कांड : पीड़िता के परिवार ने कोरोना की जांच करवाने से इंकार किया


हाथरस गैंग रेप में मारी गई युवती के परिजनों ने कोविड-19 की जांच करवाने से इंकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस कांड में मारी गई पीड़िता की बहन कुछ समय से बीमार चल रही है जिसके चलते उसका कोरोना टेस्ट कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी। पीड़िता के परिजनों ने जांच करवाने से इंकार करते हुए हेल्थ टीम को वापस लौटा दिया। 

आम आदमी पार्टी के कोरोना संक्रमित विधायक पीड़िता के परिवार से मिले थे-
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए पीड़िता के गांव पहुंचे थे। यहां उन्होनें कई लोगों से मुलाकात की। उनके साथ आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह भी थे। बाद में हाथरस पुलिस ने विधायक पर महामारी एक्ट के तहत संक्रमण फैलाने का मुकदमा दर्ज किया। 

उधर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पीड़िता के परिवार को प्रशासन द्वारा बंधक बनाकर रखने के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी। इस याचिका में मांग की गई थी कि पीड़िता के परिजनों को कहीं भी आने-जाने की छूट दी जाए और वो स्वतंत्रता पूर्वक लोगों से मिल सकें। हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले से संबंधित याचिका उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है इसलिए इसकी सुनवाई नहीं की जा सकती।

14 सितंबर के दिन हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में 19 साल की एक दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया। इसके बाद उसकी जबान काट दी गई। युवती को पहले अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। बाद में हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान 28 सितंबर को उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने रात के 2 बजे पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना के खिलाफ देश-विदेश में प्रदर्शन हो रहे हैं।