बिहार चुनाव : नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप मामले में जेल जाने वाली मंजू वर्मा को टिकट दिया

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर बालिक गृह कांड में जेल जा चुकी मंजू वर्मा को टिकट दे दिया है। मंजू बेगूसराय से जदयू की उम्मीदवार होंगी। वह पूर्व समाज कल्याण मंत्री भी रह चुकी हैं। मंजू वर्मा का नाम मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में आया था जिसके बाद उन्हे इस्तीफा देना पड़ा था। 

कांग्रेस सहित विभिन्न दलों ने आलोचना की-
कांग्रेस सहित अन्य दलों ने मंजू वर्मा को टिकट देने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस की पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा है कि भाजपा और जदयू महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं तो उन्हे तत्काल मंजू वर्मा की उम्मीदवारी वापस लेनी चाहिए। उन्होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए आग्रह किया है कि अगर नीतीश कुमार मंजू वर्मा को चुनाव मैदान से नही हटाते हैं तो भाजपा को जदयू के साथ अपना गठबंधन तोड़ लेना चाहिए। 
मंजू वर्मा को बेगूसराय जिले की चेरिया-बरियारपुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं और फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं। 

34 लड़कियों का रेप हुआ था मुजफ्फरपुर बालिका गृह में- 
बिहार सरकार के फंड से मुज़फ़्फ़रपुर के साहू रोड में चल रहे बालिका गृह में रहने वाली 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों का यौन शोषण और रेप किया गया। जुलाई 2018 में मामला सामने आने पर गिरफ्तारियां शुरू हुईं।

बालिका गृह कांड में नाम आने के बाद फरार हो चुकी हैं मंजू वर्मा-
इस कांड की जांच के दौरान मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ करीबी संबंध होने का पता चला। उधर मंजू वर्मा के घर पर सीबीआई ने छापा मार कर अवैध हथियार और 50 कारतूस बरामद किए थे। इसके बाद मंजू वर्मा फरार हो गई। उनके पति ने भी फरार होने में ही भलाई समझी। 
नबंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मंजू वर्मा के घर में अवैध हथियार बरामद होने के बाद भी उन्हे गिरफ्तार न किए जाने पर नाराजगी जताते हुए बिहार के डीजीपी को तलब कर लिया। इसके बाद हरकत में आई बिहार पुलिस ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित घर के बाहर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया। इसके बाद मंजू वर्मा ने 20 नवंबर 2018 को स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया।