बालिका गृह रेप कांड में जेल जा चुकी मंजू वर्मा ने यादवों और राजद से जुड़े लोगों को बताया कुकर्मी

मुजफ्फर नगर कांड में मंत्री पद गंवाने के बाद जेल जा चुकी मंजू वर्मा ने बेहद विवादित बयान दिया है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में मंजू वर्मा राजद का वोट बैंक माने जाने वाले यादवों और राजद से जुड़े लोगों को कुकर्मी बता रही हैं। इस वीडियो में मंजू वर्मा कह रही हैं कि हम सम्राट अशोक के वंशज हैं और कुशवाहा वर्ग से आते हैं। हम अन्न उपजाते हैं और लोगों की भलाई करते हैं। हम किसी को जायज-नाजायज सताते नहीं। हम कोई ऐसा ’कुकृत्य’ और ’कुकर्म’ नहीं करते। वो करते हैं तो यादव लोग और राजद के लोग करते हैं।

कौन हैं ये मंजू वर्मा-
मंजू वर्मा जदयू के टिकट पर बिहार की चेरिया बरियापुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। बिहार सरकार के फंड से मुज़फ़्फ़रपुर के साहू रोड में चल रहे बालिका गृह में रहने वाली 42 बच्चियों में से अब तक 34 बच्चियों का यौन शोषण और रेप किया गया। जुलाई 2018 में मामला सामने आने पर गिरफ्तारियां शुरू हुईं। इस कांड की जांच के दौरान मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के साथ करीबी संबंध होने का पता चला। उधर मंजू वर्मा के घर पर सीबीआई ने छापा मार कर अवैध हथियार और 50 कारतूस बरामद किए थे। इसके बाद मंजू वर्मा फरार हो गई। उनके पति ने भी फरार होने में ही भलाई समझी।  नबंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने मंजू वर्मा के घर में अवैध हथियार बरामद होने के बाद भी उन्हे गिरफ्तार न किए जाने पर नाराजगी जताते हुए बिहार के डीजीपी को तलब कर लिया। इसके बाद हरकत में आई बिहार पुलिस ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित घर के बाहर कुर्की का नोटिस चस्पा कर दिया। इसके बाद मंजू वर्मा ने 20 नवंबर 2018 को स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया। मंजू फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर हैं। इन्हे नीतीश कुमार ने जदयू का टिकट दिया है। 

मंजू वर्मा के इस बयान से बिहार में बवाल-
मंजू वर्मा के इस बयान से बिहार में हाहाकार मचा हुआ है। खुद उन्हे टिकट देने वाले जदयू ने भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है। विपक्षी दलों को भी विरोध करने का मुद्दा मिल गया है। एनडीए में भी कई यादव उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। माना जा रहा है कि मंजू वर्मा का यह बयान उनके वोटों पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव डालेगा। इसको लेकर डैमेज कंट्रोल के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। 

जदयू के प्रवक्ता ने बयान की निंदा की-
जदयू के प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव ने मंजू वर्मा के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होने इस बयान को मानसिक दिवालियेपन की निशानी बताते हुए कहा है कि जदयू का इस बयान से कोई लेना देना नहीं है। यह उनकी व्यक्तिगत टिप्पणी है।