सोशल मीडिया पर हो रहे विरोध के बाद तनिष्क ने हटाया अपना ऐड

दक्षिणपंथी विचारधारा वालों के लगातार विरोध के बाद देश के चर्चित ज्वैलरी ब्रान्ड तनिष्क ने अपनी कंपनी का विज्ञापन वापस ले लिया। विरोध करने वालों का आरोप था कि यह विज्ञापन लव जिहाद को बढ़ावा देता है। इस विज्ञापन में दो अलग अलग समुदाय के लोगों के बीच के तालमेल को दिखाने की कोशिश की गई थई। विज्ञापन की शुरुआत मुस्लिम ससुराल में एक हिंदू लड़की की गोदभराई की रस्म से शुरु होती है। सोशल मीडिया पर तनिष्तक ने इस विज्ञापन के डिस्क्रिप्शन में बताया था कि यह दो संस्कृतियों का संगम है।
तनिष्क ने लिखा था, "उसकी शादी एक ऐसे परिवार में हुई है जो उसे अपनी बच्ची की तरह प्यार करता है। सिर्फ उसके लिए वो एक ऐसा समारोह आयोजित करते हैं, जो आमतौर पर उनके यहां नहीं होता। दो अलग-अलग धर्म, परंपराओं और संस्कृतियों का एक सुंदर संगम।" 43 सेकंड का ये विज्ञापन - "एकत्वम" (यानी एकता) नाम की एक ज्वेलरी रेंज के प्रचार-प्रसार के लिए तनिष्क के सोशल मीडिया चैनलों पर पोस्ट किया गया था।
कांग्रेस नेता शशि थरुर ने इस ऐड के समर्थन में पोस्ट किय़ा कि, "हिंदुत्व की बात करने वाले लोगों ने हिंदू-मुस्लिम एकता को उजागर करने वाले एक खूबसूरत विज्ञापन के बॉयकॉट की अपील की है।" अगर उन्हें हिंदू-मुस्लिम 'एकत्वम' से इतना गुस्सा आता है, तो वो सबसे लंबे समय से चले आ रहे हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक भारत का विरोध क्यों नहीं करते।"
चारों ओर से हो रही इस विज्ञापन की घोर आलोचना के कारण तनिष्क ने पहले यूट्यूब और फेसबुक पर लाइक, डिस्लाइक और कमेंट के ऑप्शन बंद किए फिर बाद में इस वीडियो को हटा दिया। बता दें कि देश में दक्षिणपंथी विचारधारा के लोग दो अलग अलग समुदायों के लोगों के बीच होने वाले प्रेम विवाह का अकसर लव जिहाद का नाम देकर विरोध करते हैं। उनके मुताबिक एक समुदाय विशेष अपने धर्म का प्रचार करने के लिए लोगों को प्रेम जाल में फंसाकर उनकी ज़िंदगी तबाह करता है।