हाथरस गैंगरेपः आज होगी पीएफआई के सदस्यों से पूछताछ

हाथरस गैंगरेप कांड की आड़ में यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश के मामले गिरफ्तार हुए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार सदस्यों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज छताछ करने वाली है। इसके लिए ईडी ने सोमवार को मथुरा की कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। फिलहाल चारों आरोपी सिद्दीक (मलप्पुरम, केरल), अतीकुर्रहमान (मुजफ्फरनगर), आलम (रामपुर) व मसूद (बहराइच) जेल में हैं।
दंगों की साजिश के मामले में गिरफ्तार मसूद से आज ईडी की टीम कई सवाल पूछ सकती है। जैसे- जांच में पता चला PFI के अकाउंट से विशेष उद्देश्य के लिए पैसे मिले, उद्देश्य क्या था? बताया गया की आप दिल्ली के PFI के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद इलियास के संपर्क में थे, इलियास से क्या बात होती थी? क्या आपको पता है कि इलियास दिल्ली दंगों की फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार हुआ था?
बता दें कि दिल्ली से हाथरस जाते समय गिरफ्तार चेकिंग के दौरान मथुरा के मांट टोल प्लाजा पर चारों को पकड़ा गया था। पहले उन्हें शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किया गया था। बाद में पता चला कि वे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) एवं उसके सह संगठन कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से जुड़े हुए हैं।
इसके बाद मांट थाने के सब इंस्पेक्टर प्रबल प्रताप सिंह ने चारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 295 ए व 124 ए के अलावा गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 17 व 14 तथा आईटी एक्ट की धारा 65, 72 व 76 के तहत दर्ज कराया गया है। 
बता दें कि 14 सितंबर के दिन हाथरस जिले के चंदपा क्षेत्र में 19 साल की एक दलित युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया। इसके बाद उसकी जबान काट दी गई। युवती को पहले अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। बाद में हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान 28 सितंबर को उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने रात के 2 बजे पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया। इस घटना के खिलाफ देश-विदेश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।