जिनपिंग ने चीनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया


पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना हाई अलर्ट पर है। भारत से जारी सीमा विवाद के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी को युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है। यह खबर चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ की है। जिनपिंग ने चीनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा जब वह गुआंगडोंग के दक्षिणी प्रांत में स्थित एक सैन्य अड्डे के दौरे पर थे। जिनपिंग ने पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी से कहा, ’अपना पूरा दिमाग और ऊर्जा युद्ध की तैयारी पर लगाओ।’

जिनपिंग के आदेश के बाद हाईअलर्ट पर चीनी सेना-
बताया जा रहा है कि जिनपिंग चाओझोउ शहर में स्थित चीनी सेना के एक बेस पर गए और सेना को हाईअलर्ट पर रहने के लिए कहा। उन्होने चीनी सेनिकों से कहा कि वे बिल्कुल शांत, वफादार, शुद्ध और भरोसेमंद रहें। 

जिनपिंग चीनी सेना के बेस पर क्यों पहुंचे-
गुआंगडोंग चीन के दक्षिण में स्थित एक प्रांत है। जिनपिंग यहां शेनझेंग स्पेशल इकनॉमिक जोन की 40वीं सालगिरह पर भाषण देने आए थे। 

हर तरफ पंगा ले रहा है चीन-
जिनपिंग ने यह भाषण तब दिया है जब चीन अपने चारों तरफ माहौल तनावपूर्ण बनाए हुए है। भारत से भी उसके संबंध बेहद तनावपूर्ण हो चले हैं। जून के महीने में पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में चीनी सेना से मुठभेड़ में 20 भारतीय जवान शहीद हुए। इस झड़प में चीनी सैनिकों को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। हालांकि चीन ने अपने हताहत सैनिकों की संख्या नही बताई लेकिन एक अमेरिकी अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस झड़प में तकरीबन 60 चीनी सैनिक मारे गए। उधर चीन का अपने पड़ोसी ताइवान से भी झगड़ा चल रहा है। अमेरिका से उसके संबंध काफी लंबे समय से खराब हैं। 

भारत से हो रही बातचीत के हर दौर बेनतीजा-
भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध कम करने के लिए सात दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन नतीजा जीरो ही रहा। यह बातचीन भारत और चीन के बीच कोर कमांडर के स्तर पर हुई है। पिछले सोमवार को दोनो पक्ष लगातार 12 घंटे तक बातचीत करते रहे लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। भारत का मानना है कि अपने सैनिकों को वापस ले जाने की जिम्मेदारी चीन की है। चीनी प्रतिनिधि मंडल ने भी सैनिकों की वापसी करने के लिए एक प्रस्ताव रखा है जिसके बारे में विस्तार से अभी तक पता नहीं चला है।