हाथरस गैंग रेप कांड : जिला अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज डिलीट, कैसे जांच करेगी सीबीआई

हाथरस में दलित लड़की के साथ हुए जघन्य गैंग रेप कांड की जांच कर रही सीबीआई को जिला अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले हैं। सीबीआई टीम को बताया गया है कि सीसीटीवी फुटेज डिलीट हो गए हैं। सीबीआई टीम को जिला अस्पताल से खाली हाथ लौटना पड़ा है। यह सीसीटीवी फुटेज 14 सितंबर के दिन का है। इसी दिन दलित युवती के साथ गैंगरेप की घटना हुई थी और पीड़िता को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 15 दिन बाद पीड़िता की दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मौत हो गई थी। 

क्या कहना है जिला अस्पताल प्रशासन का-
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. इंद्रवीर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस ने उस समय फुटेज नहीं लिए थे। अब एक महीने बाद सीसीटीवी फुटेज बैकअप में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल प्रशासन को फुटेज रखने को कहा जाता तो वह रखवा लेते। हर सात दिनों में पिछला फुटेज डिलीट हो जाता है और नया फुटेज उसके ऊपर रेकॉर्ड हो जाता है।

क्यों महत्वपूण है 14 सितंबर का फुटेज-
सीबीआई इस दिन के फुटेज को काफी महत्वपूर्ण मान कर चल रही है। इन फुटेज से सीबीआई को पता चलता कि पीड़िता किस समय अस्पताल लाई गई थी और उस समय उसकी हालत कैसी थी। उसे अस्पताल लाते समय कौन-कौन लोग साथ में थे। पीड़िता से मिलने कौन-कौन लोग आए। 
जिला अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज का डिलीट होना इस मामले में प्रशासन की घनघोर लापरवाही दिखाता है। इस घटना के विरोध में देश-विदेश में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन ने घटना के फुटेज संभाल कर नहीं रखे।