फ्रांस : पैगंबर का कार्टून दिखा कर अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब बता रहे शिक्षक का सिर कलम

फ्रांस में मुस्लिम हमलावर ने एक शिक्षक का सिर चाकू से काट कर अलग कर दिया। यह घटना राजधानी पेरिस में हुई है। इस घटना के बाद से पूरा फ्रांस स्तब्ध है। स्थानीय पुलिस ने बच कर भाग रहे हमलावर पर गोली चलाई जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हमलावर की उम्र 18 साल की थी। 

छात्रों को अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब समझाना पड़ा महंगा-
इस हमले का शिकार बने शिक्षक पेरिस के पूर्वी-पश्चिमी इलाक़े में कॉन्फ्लैन्स सौं होनोरी नाम के एक स्कूल में इतिहास पढ़ाते थे। बताया जा रहा है कि उन्होने अपने छात्रों को अभिव्यक्ति की आजादी का पाठ पढ़ाते समय फ्रेंच पत्रिका शार्ली एब्दो में छपे पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाए थे। इसको लेकर कुछ मुस्लिम अभिभावको ने स्कूल में अपना विरोध भी जताया था। बाद में एक अज्ञात हमलावर ने उनका सिर चाकू से काट दिया। इस घटना के बाद देश में आक्रोश की लहर व्याप्त हो गई है। 

शिक्षा मंत्री ने कहा फ्रांस पर हमला-
फ्रांस के शिक्षा मंत्री ज्यां माइकल ब्लैंकर ने ट्वीट कर कहा है कि एक शिक्षक का मारा जाना सीधे-सीधे फ्रांस पर हमला है। इस्लामी आतंकवाद से लड़ने का जवाब सीधे-सीधे एकता और दृढ़ता से ही दिया जा सकता है। 
फ्रांस की संसद ने इसे बर्बर आतंकवादी हमला कहा है। 

फ्रेंच पत्रिका शार्ली एब्दो छाप चुकी है पैगंबर के कार्टून-
साल 2015 में फ्रेंच पत्रिका शार्ली एब्दो ने पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छापा था। इसको लेकर मुस्लिम जगत में आक्रोश व्याप्त हो गया था। इसके बाद पत्रिका के ऑफिस में आतंकी हमला हुआ जिसमें 12 कर्मचारियों की मौत हो गई थी। यह हमला दो जिहादी हमलावरों ने किया था। फिलहाल 14 लोगो पर इस हमले में आतंकियो की मदद करने के आरोप में मुकदमा चल रहा है। इस हमले के बाद फ्रांस कई आतंकी हमलों का शिकार बन चुका है।