मोदी के लिए 8,500 करोड़ का प्लेन लेकिन रेलवे कर्मचारियों को दिवाली का बोनस देने के लिए पैसा नही

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई सफर सुहाना बनाने के लिए 8,500 करोड़ का हवाई जहाज खरीदने वाली केंद्र सरकार के पास 12 लाख रेलवे कर्मचारियों को दीपावली के त्योहार पर बोनस देने के लिए पैसा नही है। रेलवे बोर्ड ने रेलवे कर्मचारियों को बोनस दिए जाने की फाइल वित्त मंत्रालय को बहुत पहले भेज दी थी जिस पर मंत्रालय ने अभी तक कोई भी निर्णय नही लिया है। 

कितनी रकम चाहिए बोनस के लिए-
सूत्रों के मुताबिक रेलवे कर्मचारियों को हर साल दीवाली के त्योहार पर बोनस दिया जाता हैं। रेलवे कर्मचारियों को बोनस पाने का अधिकार सन 1974 की ऐतिहासिक हड़ताल के बाद हासिल हुआ था। उस समय इस हड़ताल की अगुवाई मशहूर समाजवादी नेता जार्ज फर्नांडीज ने की थी। इस हड़ताल में १७ लाख कर्मचारियों ने भाग लिया था और यह अब तक की सबसे बड़ी ज्ञात हड़ताल है। इस हड़ताल के बाद से ही रेलवे कर्मचारियों को बोनस का अधिकार मिला। पिछले साल रेलवे ने अपने हर कर्मचारी को तकरीबन 18 हजार रूपये के लगभग बोनस दिया था। प्रधानमंत्री मोदी के लिए खरीदे गए नए हवाई जहाज की कीमत 8500 हजार करोड़ रूपये है जबकि रेलवे कर्मचारियों को बोनस के लिए तकरीबन बीस अरब रूपयों की दरकार है जो प्रधानमंत्री के इस नए हवाई जहाज की कीमत के आगे बहुत कम है। मोदी का यह लक्जरी हवाई जहाज तब खरीदा गया है जब देश की अर्थव्यवस्था कोरोना काल में बेहद संकट की स्थिति से गुजर रही है। खराब अर्थव्यवस्था का हवाला देकर मोदी सरकार कर्मचारियों का डीए और मंहगाई भत्ता पहले ही रोक चुकी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सरकार के पास कर्मचारियों को देने के लिए पेंशन के पैसे भी नही हैं। 
 
22 अक्टूबर से हड़ताल पर जाएंगे रेलवे कर्मचारी-
रेलवे कर्मचारी संघ ने घोषणा कर दी है कि अगर 22 अक्टूबर से रेलवे कर्मचारियों को मिलने वाला बोनस नही दिया जाता है तो कर्मचारीगण हड़ताल पर जाएंगे। कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना है कि रेलवे के निजीकरण की नीतियों से कर्मचारियों में पहले ही आक्रोश है। अब रेलवे कर्मचारियों के हक पर भी डाका डाला जा रहा है जिसे कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेंगे।