लव जिहाद सूंघ रही थी पुलिस, छात्रा ने कहा कि संविधान देता है इश्क की इजाजत

बरेली में एक इश्क का मामला पुलिस प्रशासन पर भारी पड़ गया है। खुद को बालिग बता रही एक हिंदू छात्रा का एक मुस्लिम लड़की से प्रेम करना शहर के एक मोहल्ले में तोड़-फोड़ का कारण बन गया। पुलिस ने मुस्लिम धर्म से ताल्लुक रखने वाले प्रेमी को अजमेर से गिरफ्तार किया तो लड़की पूरी मजबूती के साथ उसके साथ खड़ी हो गई और साफ कह दिया कि भारत का संविधान उसे प्रेम करने की इजाजत देता है। 
एक मजबूत लड़की के आगे हक्का-बक्का खड़ा प्रशासन-
अजमेर के एक होटल से प्रेमी के साथ गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने छात्रा को मेडिकल के लिए भेजना चाहा लेकिन छात्रा की दलीलों के आगे पुलिस बैकफुट पर आ गई। छात्रा ने खुद को बालिग बताते हुए मेडिकल करवाने से इंकार कर दिया। उधर प्रेमी बिलाल ने भी पुलिस के आगे कह दिया कि उसने लड़की से निकाह किया है।
पुलिस जब लड़की को मेडिकल जांच के लिए ले गई तो उसने अपना हाईस्कूल सर्टिफिकेट और आधार कार्ड सामने रख कर बता दिया कि वह बालिग है और अपना मेडिकल नहीं करवाएगी। उसने साफ कह दिया कि जब उसके पास सभी प्रमाण पत्र मौजूद है तो वह अपना मेडिकल क्यों करवाए। इसके बाद भी अस्पताल स्टाफ ने उसका मेडिकल करने के लिए दबाव डाला तो वह अस्पताल स्टॉफ से भिड़ गई। छात्रा के तेवर देख कर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों और अस्पताल के स्टॉफ के पैरों तले जमीन खिसक गई। बाद में पुलिसकर्मियों ने अपने उच्चाधिकारियों को फोन कर निर्देश लिए और छात्रा को बिना मेडिकल करवाए ही अस्पताल से वापस ले आए। 

मजिस्ट्रेट के सामने भी अडिग रही युवती-
पुलिस ने छात्रा को एसीएम द्वितीय अरूणमणि के सामने पेश किया तो छात्रा ने वहां भी अपने सारे प्रमाणपत्र पेश करते हुए कहा कि वह बालिग है और अपने घर नही जाना चाहती बल्कि अपने प्रेमी बिलाल के साथ रहना चाहती है। 
मजिस्ट्रेट ने लड़की से पूछा कि वह कहां जाना चाहती है तो उसने बताया कि वह अपने घर नहीं जाना चाहती बल्कि अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट से निवेदन किया कि अवकाश के कारण सारे न्यायालय बंद हैं इसलिए लड़की की सुपुर्दगी को लेकर आदेश दें कि उसे कहां भेजा जाए। चूंकि कानूनी तरीके से बालिग मानने के लिए लड़की के प्रमाणपत्रों की जांच होनी थी इसलिए मजिस्ट्रेट ने उसे नारी निकेतन भेज दिया। सोमवार को भी अवकाश के कारण न्यायालय बंद रहेंगे इसलिए मजिस्ट्रेट ने लड़की को मंगलवार के दिन न्यायालय खुलने तक नारी निकेतन में लड़की को भेजने का आदेश दिया है।