कौन है इसके पीछे?

इंसान की जरूरते अलग-अलग है प्रत्येक व्यक्ति अलग-अलग तरीकों से अपना एवं अपने परिवार का पेट भर रहा है, जिसके लिए वो विभिन्न-विभिन्न उद्योगों से जुड़ा है और वह अपनी योग्यता के अनुसार उस उद्योग को बढ़ाने में अपना सहयोग करता आ रहा है, लेकिन कुछ समय से जिस तरह कंप्यूटर ऑटोमेशन और विभिन्न तकनीकियों का उपयोग देश/प्रदेश/शहर में  हर छोटे-बड़े उद्योगों और सर्विस सेक्टर्स में आज चरम सीमा पर हो गया है,वह एक चिंता का विषय भी बन गया है| जिसके कारण आज सम्पूर्ण देश बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा हैं| आरक्षणवाद और आपसी लोगों को रोजगार देने के के कारण उद्योगपति अपनी नीतियों में बदलाव कर रहे हैं। इस कारण देश के आईटी सेक्टर में हजारों लोगों की छटनी भी हो रही है,जो देश में एक बड़े शिक्षित युवा वर्ग को रोजगार मुहैया कराता है। आज वर्तमान सरकार लक्ष्य सिर्फ देश की आर्थिक विकास दर ही नहीं बल्कि नए रोजगार का सृजन करना भी होना चाहिए। इससे ही देश की आर्थिक विकास दर अपने आप तेज होगी।

 


इसे गलत नीतियों का परिणाम कहें कि हम प्रदेश या शहर के अनेको शिक्षित बेरोजगार युवाओं को सही मायने में मानव संसाधन के रूप में स्थापित नहीं कर पा रहे है। आज बेरोजगारी की समस्या वर्तमान शिक्षित बेरोजगार युवकों से सीधे जुड़े होने के कारण, भ्रष्टाचार के मुद्दे से ज्यादा अहम हो गयी है।

 

 

देश की युवा पीढ़ी भटकाव की ओर अग्रसर क्यों होती जा रही है?

आज जनमानस भड़ास अपने व्यूवर्स को ऐसी बता रहा है जिसे जानकर आप हैरान रह जायेंगे| शहर और प्रदेश में बढ रही वारदातों के पीछे मानसिक भटकाव कारण है और मानसिक भटकाव का कारण है-बेरोजगारी|ये दोनों एक-दूसरे के कारक है| आज हम विभिन्न समाचार पत्रों ,टीवी में समाचार सुनते है कि प्रदेश में हो रही वारदातो में नवयुवक शामिल थे| अधिकतर खबरों में तो ये बात सामने आती है कि वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड उच्च शैक्षिक योग्यता का था| आज प्रदेश/शहर में हो रही घटना जैसे चोरी, हत्या ,चैन स्नैचिंग,अपहरण आदि के कारणों में पता चला कि इधर-उधर घूम रहे युवाओं द्वारा इन घटनाओं को अंजाम दिये जा रहे है| युवाओ के पढ़े-लिखे होने के बावजूद भी उन्हे रोजगार नहीं मिल रहा है, जो आज के युवाओं के मानसिक तनाव का मुख्य कारण बन गया है| अपने शौक को पूरा करने के लिए ये वारदातों को अंजाम देते है| प्रायः समाचारों में हम सुनते है कि वारदात को अंजाम देने वाले गुनाहगारों का पर्दाफाश  होने पर उनसे जुर्म कबूलवाने में पता चल रहा है कि इस घटना को अंजाम देने का मकसद गर्लफ्रेंड को कीमती तोहफे देना, सोने की चेन देना वगेरह-वगेरह कारण सामने आते है| जो युवाओ में हो रहे भटकाव की स्थिति को सामने ला रहा है| युवाओ में भटकाव के विषय में एक तरफ वारदातों को अंजाम देने की बात सामने आती है| वही दूसरी और कुछ ऐसे युवा भी है जो अपनी इन्ट्रेस्ट फ़ील्ड के विपरीत काम करके अपने को असफल बना रहे है, जिसके कारण वह भी मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं| इस संदर्भ में कुछ बातें ऐसी भी है जिन्हें हमें रोकना होगा लिहाजा माता-पिता अपनी महत्वाकांक्षा का बोझ युवाओं पर डाल रहे हैं,जिसके कारण युवा पीढ़ी मानसिक रूप से टूटती जा रही है| जिस शिक्षा में उसकी रूचि है,वह शिक्षा उसके माता-पिता को पसंद नहीं और माता-पिता जिस क्षेत्र में उसे भेजना चाहते हैं वह फ़ील्ड उसे पसंद नहीं| इस कारण युवा वर्ग मानसिक अवसाद से ग्रसित हो जाता है|इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चे को उसकी रूचि के अनुरूप शिक्षा क्षेत्र में प्रवेश पाने दे ताकि सफलता उसको जल्दी मिल सके।

 

 

आज युवाओं में भटकाव के कारण अनेकों विभीत्स घटनाये हो रही है जिनमे हत्या,चोरी,अपहरण,चेन की लूट| यहीं नहीं आज साइबर क्राइम की घटना भी अधिक संख्या में हो गयी है इसके साथ ही साथ अपनी बेरोजगारी को दूर करने के मानसिक तनाव और लालच में युवाओं का झुकाव आतंकवाद को भी बढ़ावा दे रहा है| सरकार को  शिक्षित वर्ग की बेरोजगारी दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि शिक्षित युवाओ को रोजगार मिल सके जिससे उनका मानसिक तनाव कम हो और वे भटकाव की ओर अग्रसर न हो|

भडास अभी बाकी है...