जल नहीं...तो कल नहीं।

कुछ सालों पहले दुकानों पर पानी नहीं बेचा जाता था, लेकिन आज सभी दुकानों पर पीने के पानी के पाउच और बोतल मिलती हैं। पहले के समय में लोग दुकानों पर पानी को बिकता देखकर बहुत ही आश्चर्यचकित हो जाते थे, लेकिन आज हम अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए 20 या उससे अधिक रुपए में पानी को खरीदने के लिये भी तैयार हो जाते है। हम सभी लोग पानी से होने वाली बीमारी से बहुत अधिक पीड़ित हैं, जिसकी वजह से हमारे देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है, क्योकि एक रिपोर्ट के आधार पर आज सम्पूर्ण भारत में प्रति वर्ष 1400-1500 करोड़ रुपये का पानी खरीद कर इस्तेमाल हो रहा है, सचमुच यह आकड़ें हैरान करने वालें है। हमारे जीवन में जल का बहुत महत्व है, हमें जल की कीमत को समझना चाहिए। ऑक्सीजन, पानी और भोजन के बिना जीवन संभव नहीं है, लेकिन इन तीनों में सबसे जरूरी पानी है। आज हमारी धरती पर 1% से भी कम पानी पीने योग्य है। हम लोग साफ पानी का महत्व समझना तो शुरू कर रहे हैं, लेकिन अभी भी उसे बचाने के लिए कोशिश नहीं करते हैं। पृथ्वी पर जीवन को जारी रखने के लिए पानी को बचाना एक अच्छी आदत बन सकती है और इसके लिए जितनी हो सके कोशिश करनी चाहिए और इसकी बर्बादी को रोकने के लिए कमर्शियल बिल्डिंग्स, अपार्टमेन्टस, स्कूल्स, हॉस्पिटल्स आदि में पानी की बचत को बढ़ावा देना चाहिए। पानी की बर्बादी को रोकने के लिए युवा वर्ग के अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है और साथ में इस समस्या के निवारण के लिए हम सभी को एक साथ होने की जरूरत है। आज जनमानस भड़ास अपने व्यूवर्स लिए कुछ ऐसे आसान से टिप्स लेकर आये हैं, जिन्हें अपना कर आप पानी की बर्बादी को काफी हद तक रोक सकते है-

 


 

  • हमें बगीचे और पौधों में तभी पानी देना चाहिए जब जरूरत हो, पानी पाइप की जगह वाटर कैनन से देने से बहुत अधिक मात्रा में पानी को बचाया जा सकता है। सूखा अवरोधी पौधा लगाकर भी पानी की बचत की जा सकती है।
  • पाइपलाइन और नलों के जोड़ों को ठीक प्रकार से लगाना चाहिए जिससे पानी रिसकर बर्बाद न हो।
  • गाड़ी को धोने के लिए पाइप की जगह पर बाल्टी और मग का प्रयोग करना चाहिएजिससे पानी को बचाया जा सके।
  • फलों और सब्जियों को धोने के लिए नलों की जगह पर पानी से भरे हुए बर्तनों का प्रयोग करना चाहिए, इन्हें   धोने के बाद बचे हुए पानी को पेड़-पौधों में डाल देना चाहिए।
  • हम सभी को जल के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और पानी और भोजन पकाने में अधिक पानी के प्रयोग से बचना चाहिए।
  • शावर से नहाने की जगह पर बाल्टी और मग का प्रयोग करना चाहिए।
  • गर्मी के समय में कूलर में आवश्यकता के अनुकूल ही पानी का प्रयोग करना चाहिए।
  • पानी पीने के लिए छोटे ग्लास का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि ज्यादातर लोग बड़े ग्लास में पानी छोड़ देते हैं,छोटे ग्लास का प्रयोग करने से पानी की बर्बादी को कम किया जा सकता है और बचे हुए पानी को पौधों में डाल देना चाहिए।
  • नल (Tap) को पूरा नहीं खोलना चाहिए इससे पानी ज्यादा बर्बाद होता है।
  • अपने घर-ऑफिस में हर रिसने वाले पानी के उपकरणों को समय –समय पर देखते रहना चाहिये,ताकि पानी को बर्बाद होने से रोका जा सके।

क्या आपको पता है?

आज जनमानस भड़ास अपने व्यूवार्स को बता रहा है कुछ ऐसी बाते जिनसे आप अंजान है,इन बातों की जानकारी हो जाने से और इन्हें ध्यान में रखने से आप पानी की हो रही बर्बादी को अपने ही हाथों से रोक सकते है। ये बातें हैं...

  • एक मिनट तक नल (Tap) खुला रखने से 10 से 12 लीटर पानी की बर्बादी हो जाती है।इसीलिए अब से ध्यान रखें पानी के नल को कभी भी खुला न छोड़ें।
  • खुले पाइप से लगातर 5 मिनटों तक कार धोने से लगभग 150 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है।
  • शावर के नीचे लगातार 10 मिनट तक नहाने से लगभग 120 लीटर पानी बर्बाद हो जाता है।
  • खुली टोटी (Tap) से लगातार 3 मिनट तक ब्रश करने से 30 लीटर तक पानी की खपत हो जाती है।
  • बिना आवाज़ के टपकने वाले फ्लश टैंक से प्रतिदिन 30-500 गैलन पानी बर्बाद हो सकता है!
  • वाशिंग मशीन में हर धुलाई पर 40-50 गैलन पानी इस्तेमाल होता है और एक सामान्य चार सदस्यी परिवार साल में 300 बार कपड़े धोता है।

शहर में हो रही निरंतर पानी की बर्बादी 

इस तरह हम रोज़ाना पानी की कितनी बर्बादी कर देते हैं इसलिए आज जनमानस भड़ासअपने व्यूवर्स से अपील कर रहा है कि यदि आपको कहीं वाटर पंप या किसी अन्य प्रकार से पानी की बर्बादी होते दिखे तो उसका पुरजोर विरोध कीजिये/ हमारे हेल्पलाइन नंबर: 8737943787/ 8737953787 पर जानकारी दीजिये। हमें पानी की ज्यादा से ज्यादा बचत करनी चाहिए, क्योंकि जल ही जीवन है और हमें देश की खुशहाली और अर्थव्यवस्था के लिए पानी की एक –एक बूँद को बचाना होगा, जिससे हमारा भविष्य सुरक्षित रहे।

भड़ास अभी बाकी हैं...