रक्तदान-महादान

आज विज्ञान बहुत सक्षम हो चुका है और अब तो लैबोरेटरी में तमाम तरह की दवायें, वैक्सीन और एंटीबायोटिक भी तैयार की जाती है लेकिन जिंदा रहने के लिए सबसे ज्यादा ज़रूरी रक्त (Blood) को अभी तक नहीं बनाया जा सका है |  आज भी ब्लड का कोई विकल्प नहीं है | खून की कमी को केवल ब्लड डोनेशन के द्वारा ही पूरा किया जा सकता है | इसलिए रक्तदान को महादान कहा जाता है | आज विश्व रक्तदान दिवस है, रक्त की कमी को पूरा करने और अधिक से अधिक रक्त दाताओं को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करते हेतु पूरे विश्व में इसे मनाया जाता है | आज हमारे देश/प्रदेश/शहर में भी इसके लिए विभिन्न स्तर पर सम्बद्ध विभागों द्वारा प्रचार-प्रसार और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है | इस सुअवसर पर हमें अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिए स्वयं एवं अपने परिचितों को भी प्रेरित करना चाहिये, जिससे विभिन्न रोगों जैसे –एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, हैपेटाइटिस-सी, सिफलिस, दुर्घटना के कारण होने वाली सर्जरी, कैंसर आदि के उपचार में रक्त की आवश्यकता को पूरा किया जा सके, बिना किसी आर्थिक लाभ के रक्तदान करने के लिए आगे आने से हम कई मासूम लोगों की जान बचा सकते है|

 

रक्तदान के फायदें

 

 

एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में औसतन 10 यूनिट रक्त होता है, जिसमें से व्यक्ति एक यूनिट ब्लड डोनेट कर सकता है, लेकिन जागरूकता की कमी की वजह से व्यक्ति ब्लड देने से डरता है या हिचकिचाता है | जरा सोचिए हमारे देश को हर साल करीब 121 लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है लेकिन केवल 92 लाख यूनिट ब्लड ही उपलब्ध हो पाता है | ऐसे में देश 29 लाख यूनिट ब्लड की कमी से जूझता है | जबकि एक रिपोर्ट के अनुसार 42000 से अधिक ब्लड यूनिट की हर रोज जरुरत होती है| विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ो के अनुसार केवल दो प्रतिशत और अधिक रक्तदाताओं का blood donate के लिए आगे आना कई लोगों की जान बचा सकता है, लेकिन खून देने के फायदे के बारे में जानकारी न होने से व्यक्ति blood donate करने नहीं चाहता है साथ ही व्यक्ति के मन में ब्लड डोनेशन से जुड़े कई भ्रम भी होते है इस वजह से लोग रक्तदान नहीं करते, शायद आप यह नहीं जानते है कि आप के द्वारा जो ब्लड डोनेशन किया जाता है वह किसी को जीवनदान देता ही है साथ ही इससे आप भी स्वस्थ रहते है | रक्तदान के फायदे मरीज के साथ – साथ रक्तदाता को भी होता है | इसके साथ ही साथ अगर कोई व्यक्ति अपनी स्वयं की इच्छा से बिना किसी लालच के रक्तदान करता है तो उस व्यक्ति का रक्तदाता कार्ड / रक्तदाता ऋण प्रमाण पत्र बना दिया जाता है| इस कार्ड का लाभ उन्हें ये होता है कि 12 महीनो के अंदर जब भी उसे या उसके परिवारजनों को रक्त की जरूरत पड़ती है तो वो इस कार्ड को दिखाकर ब्लड बैंक से 1 यूनिट खून पा सकता है| इन सब बातों से रक्तदान का महत्व और भी बढ़ जाता है|

 

 

 

आज जनमानस भड़ास अपने व्यूवर्स से विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर अपील कर रहा है कि बहुत से ऐसे लोग है जो रक्तदान को कमाई का एक जरिया बनाने की कोशिश करते है और पैसो के लिए रक्त को बेचते है उम्मीद है कि हम सभी ऐसा न करके, रक्तदान की पवित्रता और इसके उद्देश्य को समझते हुए समाजसेवा की भावना या अपने मन की शांति के लिए ही रक्तदान करें|यकीन मानिये, इससे आपको भी बेहद ख़ुशी मिलेगी और रक्त प्राप्त करने वाला एवं उसके परिजन भी हमेशा आपके आभारी रहेंगे| इन्हीं खासियतों की वजह से रक्तदान को महादान कहा जाता है| 

भड़ास अभी बाकी है...